सुडौल बॉडी के लिए दमदार नुस्खे
इस नुस्खे के आगे अच्छे से अच्छे टॉनिक भी नहीं टिक सकते मगर मेहनत तो करनी पड़ेगी
इस दवा को लेने से पहले पावर ओ गोल्ड
सोया,प्रोटीन,अशावगंधा,ब्राही,शतवारी,विदर्कन्द,बादाम एव ग्लूकोस युक्त,
यह वेनीला व चाकलेट के फ्लेवर मैं आती है
यह प्रोटीन,विटामिन,मिनरल्स,आंटी-ऑक्सिडेंट,करबिहिडरटेस,इटियादी का प्रकीरटिक स्रोत है मानव सरीर मैं किसी भी कमज़ोरी के शिकार इंसान को ज़रूर इस्तेमाल करना चाहिए इसके 2 चम्च को दूध, पानी,लस्सी, या जूस मैं डालकर लेना चाहिए
साथ मे सुबह शाम को 1-1 चमच हिमलियन बेरी जूस की खाना खाने के बाद लेनी चाहिए
जिन रोगो में लाभकारी है- स्नायु दौर्बल्य, नापुक्स्ता ,क्षीणशक्तिता, काम के प्रति अरूचि, बल्कारी आदि कुछ ऐसी समस्याएं हैं। जिनसे कान्फिडेंस में कमी आती है। साथ ही मन को नैराश्य के भाव घेरने लगता है। लेकिन घबराए नहीं अगर आपके साथ भी शारीरिक बल से जुड़ी या कमजोरी की समस्या हो तो नीचे लिखे आयुर्वेदिक उपाय को जरूर अपनाएं।
सामग्री- वट वृक्ष की जटा का अग्रिम लाल रंग वाला भाग लेकर छाया में सुखाकर पीस लें। इस पिसे हुए चूर्ण की 100 ग्राम मात्रा लेकर उसको खरल में डालकर रोज 10 ग्राम वट का दूध डालकर खरल करते जाएं। इस प्रकार एक माह में 300 ग्राम दुग्ध खरल हो जाएगा। तब नुस्खा श्रेष्ठ फल देगा, यदि इतने दिन तक खरल करना संभव न हो तब 15 दिन तक खरल करना संभव हो तब 15 दिन में 150 ग्राम वट दुग्ध खरल करके 300 मि.ग्राम की यानी छोटा बेर के गोलियां बनाकर रख लें।
सेवन विधि- इस दवा को हेल्त किट के साथ नियमित 2-3 माह तक सेवन करना चाहिए (हेल्त किट की कीमत 1905 रुपये )
एक-एक गोली सुबह शाम दूध, मधु, मक्खन, अथवा मलाई के साथ मिलाकर खाएं।
गुण व उपयोग- इसके सेवन से शरीर का ढीलापन दूर होता है। शरीर सुडौल व सुगठित बनता है। कमजोरी मिटती है। पौरुष शक्ति बढ़ती है। इसके अलावा इस औषधी के नियमित सेवन से गैस्ट्रीक प्रॉब्लम्स भी धीरे-धीरे मिटती जाती है। अच्छे से अच्छे टॉनिक भी इस दवाई के आगे नहीं टिक पाता है।
1- 1 से 2 ग्राम सोंठ एवं उतनी ही शिलाजीत खाने से अथवा 2 से 5 ग्राम शहद के साथ उतनी ही अदरक लेने से शरीर पुष्ट होता है।
2- 3 से 5 अंजीर को दूध में उबालकर या अंजीर खाकर दूध पीने से शक्ति बढ़ती है।
3-1 से 2 ग्राम अश्वगंधा चूर्ण को आँवले के 10 से 40 मि.ली. रस के साथ 15 दिन लेने से शरीर में दिव्य शक्ति आती है।
4- एक गिलास पानी में एक नींबू का रस निचोड़कर उसमें दो किसमिश रात्रि में भिगो दें। सुबह छानकर पानी पी जायें एवं किसमिश चबा जायें। यह एक अदभुत शक्तिदायक प्रयोग है।
5- शाम को गर्म पानी में दो चुटकी हल्दी पीने से शरीर सदा नीरोगी और बलवान रहता है।
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सोया,प्रोटीन,अशावगंधा,ब्राही,शतवारी,विदर्कन्द,बादाम एव ग्लूकोस युक्त,
यह वेनीला व चाकलेट के फ्लेवर मैं आती है
यह प्रोटीन,विटामिन,मिनरल्स,आंटी-ऑक्सिडेंट,करबिहिडरटेस,इटियादी का प्रकीरटिक स्रोत है मानव सरीर मैं किसी भी कमज़ोरी के शिकार इंसान को ज़रूर इस्तेमाल करना चाहिए इसके 2 चम्च को दूध, पानी,लस्सी, या जूस मैं डालकर लेना चाहिए
साथ मे सुबह शाम को 1-1 चमच हिमलियन बेरी जूस की खाना खाने के बाद लेनी चाहिए
जिन रोगो में लाभकारी है- स्नायु दौर्बल्य, नापुक्स्ता ,क्षीणशक्तिता, काम के प्रति अरूचि, बल्कारी आदि कुछ ऐसी समस्याएं हैं। जिनसे कान्फिडेंस में कमी आती है। साथ ही मन को नैराश्य के भाव घेरने लगता है। लेकिन घबराए नहीं अगर आपके साथ भी शारीरिक बल से जुड़ी या कमजोरी की समस्या हो तो नीचे लिखे आयुर्वेदिक उपाय को जरूर अपनाएं।
सामग्री- वट वृक्ष की जटा का अग्रिम लाल रंग वाला भाग लेकर छाया में सुखाकर पीस लें। इस पिसे हुए चूर्ण की 100 ग्राम मात्रा लेकर उसको खरल में डालकर रोज 10 ग्राम वट का दूध डालकर खरल करते जाएं। इस प्रकार एक माह में 300 ग्राम दुग्ध खरल हो जाएगा। तब नुस्खा श्रेष्ठ फल देगा, यदि इतने दिन तक खरल करना संभव न हो तब 15 दिन तक खरल करना संभव हो तब 15 दिन में 150 ग्राम वट दुग्ध खरल करके 300 मि.ग्राम की यानी छोटा बेर के गोलियां बनाकर रख लें।
सेवन विधि- इस दवा को हेल्त किट के साथ नियमित 2-3 माह तक सेवन करना चाहिए (हेल्त किट की कीमत 1905 रुपये )
एक-एक गोली सुबह शाम दूध, मधु, मक्खन, अथवा मलाई के साथ मिलाकर खाएं।
गुण व उपयोग- इसके सेवन से शरीर का ढीलापन दूर होता है। शरीर सुडौल व सुगठित बनता है। कमजोरी मिटती है। पौरुष शक्ति बढ़ती है। इसके अलावा इस औषधी के नियमित सेवन से गैस्ट्रीक प्रॉब्लम्स भी धीरे-धीरे मिटती जाती है। अच्छे से अच्छे टॉनिक भी इस दवाई के आगे नहीं टिक पाता है।
1- 1 से 2 ग्राम सोंठ एवं उतनी ही शिलाजीत खाने से अथवा 2 से 5 ग्राम शहद के साथ उतनी ही अदरक लेने से शरीर पुष्ट होता है।
2- 3 से 5 अंजीर को दूध में उबालकर या अंजीर खाकर दूध पीने से शक्ति बढ़ती है।
3-1 से 2 ग्राम अश्वगंधा चूर्ण को आँवले के 10 से 40 मि.ली. रस के साथ 15 दिन लेने से शरीर में दिव्य शक्ति आती है।
4- एक गिलास पानी में एक नींबू का रस निचोड़कर उसमें दो किसमिश रात्रि में भिगो दें। सुबह छानकर पानी पी जायें एवं किसमिश चबा जायें। यह एक अदभुत शक्तिदायक प्रयोग है।
5- शाम को गर्म पानी में दो चुटकी हल्दी पीने से शरीर सदा नीरोगी और बलवान रहता है।
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hastmethun se mera sarir kamjor ho gaya chahre par kil muhanse aur khde ho gaye he, pat bhi kharb rahta he bar bar pat me mrod hoti he. gas ki problem rahti hea. ankho me jalan aur seer me dard rahta he. tips batave
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